जयपुर, 23 दिसम्बर। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि किसान आंदोलन के मामले में केन्द्र सरकार ने जुल्म और तानाशाही की सभी हदें पार कर दी हैं।
खाचरियावास ने कहा कि पिछले 27 दिन से लाखों किसान कडाके की सर्दी में दिल्ली के बोर्डर की सड़कों पर बैठे हैं, भूखे प्यासे किसान अपने परिवारों के साथ केन्द्र सरकार की तानाशाही से संघर्ष कर रहे हैं। किसान का आंदोलन देश की आवाम का आंदोलन है और यह आंदोलन हिन्दुस्तान की जनता की आवाज बन गया है।
उन्होने कहा कि पूंजीपतियों के इशारे पर किसानों की इच्छा के विपरीत केन्द्र सरकार किसान विरोधी बिल लेकर आई है। अब तक किसानों के आंदोलन के दौरान किसानों के धरना स्थल पर बीस किसानों की मृत्यु हो चुकी है। एक सिक्ख गुरू ने किसानो के समर्थन में आत्महत्या कर ली है, लेकिन इस सबके बावजूद केन्द्र की सरकार और देश के सभी बड़े भाजपा नेता पूरे देश् में किसानों के विरूद्ध कैम्पेन चला रहे है लेकिन उन्हें जनता का कोई समर्थन नहीं मिल रहा है। इसके बावजूद भाजपा घमण्ड और झूठ की राजनीति के चलते किसानों की आवाज को झूठ तंत्र के माध्यम से दबाना चाहती है,