ओर मॉ के पीछे पीछे चल दिए इरफान भाई...... 


मुम्बई , 29 अप्रेैल । अपनी मेहनत की बदौलत जयपुर की गलियों से होते हुए महानगरी पहुंच कर अपनी पहचान बनाने वाले अभिनेता इरफान खान की अम्मा का चार दिन पहले ही जयपुर में इंतकाल हुआ था । बीमारी और कोरोना की वजह से देश में लागू लाकॅडाउन की वजह से अपनी अम्मा को अन्तिम विदाई के लिए जयपुर नहीं आ सके इरफान भाई खूद भी आज अपनी मॉ के पीछे पीछे चल दिए और इस दुनिया को अलविदा कह गये । 


  किसी ने सपने में भी यह सोचा नहीं होगा कि अपनी मॉ के अन्तिम दर्शन मोबाइल से करने वाले इरफान भाई भी लम्बे सफर पर यूं चले जाएंगे । ​जहां से लौट कर कोई वापस नहीं आता । लम्बे समय तक विदेश में अपना इलाज करवा कर फिर सक्रिय हुए अभिनेता इरफान खान को कल रात मुॅम्बई के कोकीला बेन अस्पताल में भर्ती करवाया था जंहा आज उनका इंतकाल हो गया ।


   54 साल के इरफान खान का जन्म जयपुर में हुआ ।जयपुर की गलियों पर खेलते हुए कालेज तक की शिक्षा प्राप्त की ।थियेटर की बदौलत दिल्ली होते हुए मुम्बई नगरी पहुंचे । अपना कोई परिचित नहीं होने के बावजूद रात दिन मेहनत की और अपना स्थान बनाने में कायमयाब रहे ।लेकिन अचानक अपनी बीमारी की वजह से जीवन में कई उतार चढाव देखने के बाद आज अलविदा कह गये ।




 टोंक  से ताल्लुक रखने वाले  इरफान खान लम्बे समय से बीमार चल रहे थे । इरफान खान की माता का 25 अप्रेल को ही जयपुर में निधन हुआ था । बीमारी ओैर लाकॅडाउन की वजह से इरफान खान  अपनी मॉ के अन्तिम संस्कार में जयपुर नहीं आ पाने के कारण मॉ के अन्तिम दर्शन भी मोबाइल से ही किए ।
  
मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने बाॅलीवुड के मशहूर अभिनेता इरफान खान के असामयिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए अपने संवेदना संदेश में कहा कि राजस्थान के निवासी इरफान बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। रंगकर्मी के रूप में अपने करियर की शुरूआत कर उन्होंने अभिनय के  क्षेत्र में ऊंचाइयों को छुआ। एक अभिनेता के रूप में सिनेमा जगत को दिए गए उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके निधन से प्रदेश को भी एक अपूरणीय क्षति हुई है। 


मुख्यमंत्री ने मरहूम की मगफिरत और उनकी रूह को जन्नतुल फिरदौस में आला मुकाम अता करने की दुआ की। उन्होंने परवरदिगार से इल्तज़ा की कि मरहूम के परिजनों और उनके प्रशंसकों को यह सदमा सहन करने की ताकत दे और उन्हें सब्र-ए-जमील अता फरमाए।