महापुरूषों के काम से प्रेरणा लें - मुख्यमंत्री

 

जोधपुर, 1 मार्च। मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे देश और प्रदेश की गांव ढाणियों में बहुमुखी प्रतिभाएं मौजूद हैं, जिनको आगे लाने का काम समाज का है। युवा प्रतिभाओं को पहचानने और आगे लाने का काम करने वाले सेवाभावी महापुरूषों के योगदान को समाज हमेशा याद करता है और नई पीढ़ी उनसे प्रेरणा लेती हैं।

 

गहलोत रविवार को जोधपुर में सेठ श्री भीकमदास परिहार शिक्षा सेवा सदन ट्रस्ट द्वारा संचालित माली समाज छात्रावास में खेल परिसर एवं जिम्नेजियम के लोकार्पण एवं मूर्ति अनावरण समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से समाज में नई प्रतिभाओं को खोजने और उन्हें आगे बढ़ाने का काम हो सकता है। हमारे महान पूर्वजों ने अपने जीवन काल में यह किया तभी समाज और देश प्रगति कर पाया है। 

 

मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय भीकमदास परिहार और स्वर्गीय जगदीश सिंह परिहार के समाजसेवा के लिए किए गए कार्याें को याद करते हुए कहा कि ऎसे महापुरूष हम सब के लिए प्रेरणापुंज हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार महात्मा ज्योतिबा फुले और श्रीमती सावित्री बाई फुले ने डेढ़ सौ वर्ष पहले देश की पिछड़ी जातियों और गरीब तबकों के बीच शिक्षा का अलख जगाया, उसी प्रकार श्री भीकमदास और उनके सुपुत्र श्री जगदीश सिंह परिहार ने भी जीवन भर मारवाड़ क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने और सर्वसमाज को जोड़ने का काम किया।

 

गहलोत ने कहा कि हम सबका यह दायित्व है कि महापुरूषों के जीवन संदेश का अधिक से अधिक प्रसार करे और समाज में ऎसा माहौल बनाए कि कोई भी बच्चा अच्छी शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने माली समाज के छात्रावास से अपने पुराने जुड़ाव को याद किया और कहा कि इसके निर्माण में पूरे समाज की भूमिका है जिसे श्री भीकमदास जी ने अपनी दूरदृष्टि से नेतृत्व प्रदान किया।

सभा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल, विधायक  हीरालाल मेघवाल,  महेन्द्र विश्नोई, किशनाराम विश्नोई एवं श्रीमती मनीषा पंवार, पूर्व सांसद  बद्रीराम जाखड़, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष  वैभव गहलोत, अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।