जयपुर, 29 फरवरी। ऊर्जा, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं है और किसी को पीड़ा पहुंचाने से बड़ा कोई अधर्म नहीं है। पराई पीड़ा में पड़ने वाला व्यक्ति और समाज पूरे शहर और प्रदेश को एक नई दिशा देता है।
डॉ. कल्ला ने कहा कि राजपुरोहित समाज गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को सहायता देकर उन्हें स्वालंबन की ओर ले जाता है, यह अपने आप में एक मिसाल है। डॉक्टर कल्ला शनिवार को स्थानीय टाउन हॉल में संत श्री खेतेश्वर मंदिर बीकानेर की सत्रहवीं मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर पीबीएम हैल्प कमेटी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
डॉ. कल्ला ने कहा कि राजपुरोहित समाज अपनी गाढ़ी कमाई के पैसे का उपयोग परोपकार के प्रयोजनार्थ करते हैं। यह कार्य सज्जन पुरुषों द्वारा ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति और समाज अपनी विद्या, धन और शक्ति का उपयोग जनसेवा में करता है, वही दूसरों के दुखों को दूर करने के साथ-साथ जरूरतमंद व्यक्तियों को रोजगार से जोड़कर एक मिसाल भी कायम करता है।